WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Pradhan mantri Viswakarma Yojana : प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत कौन-कौन से रोजगार शामिल हैं?

Pradhan mantri viswakarma yojana : भारत सरकार द्वारा 17 सितंबर 2023 को शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) का मुख्य उद्देश्य देश के परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। यह योजना खासकर उन लोगों के लिए बनाई गई है जो अपने पारंपरिक कौशल के माध्यम से आजीविका कमाते हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इस योजना के तहत कारीगरों को न केवल वित्तीय सहायता दी जाती है, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाता है, जिससे वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकें।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में शामिल रोजगार | Pradhan mantri Viswakarma Yojana

इस योजना के अंतर्गत 18 प्रकार के परंपरागत रोजगारों को शामिल किया गया है, जो निम्नलिखित हैं:

1. बढ़ई (Carpenter)

बढ़ई लकड़ी से संबंधित कार्यों में निपुण होते हैं। वे फर्नीचर, दरवाजे, खिड़कियां और अन्य लकड़ी के सामान तैयार करने का काम करते हैं।

2. नाव बनाने वाले (Boat Maker)

नदी, तालाब और समुद्र में उपयोग होने वाली नावों का निर्माण करने वाले कारीगर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

3. लोहार (Blacksmith)

लोहार मुख्य रूप से लोहे के उपकरण, कृषि उपकरण, दरवाजों के ताले, चाकू, कैंची आदि बनाने का काम करते हैं।

4. हथौड़ा और टूल किट निर्माता (Hammer & Tool Kit Maker)

ये कारीगर विभिन्न प्रकार के औजार और उपकरण बनाते हैं, जिनका उपयोग कई अन्य उद्योगों में किया जाता है।

5. ताला बनाने वाले (Locksmith)

ताला बनाने का काम करने वाले कारीगर इस योजना के तहत आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

6. सुनार (Goldsmith)

सोने-चांदी के आभूषण और अन्य धातु से संबंधित कारीगरी करने वाले लोग इस योजना के अंतर्गत आते हैं।

7. कुम्हार (Potter)

कुम्हार मिट्टी के बर्तन, मूर्तियां और अन्य सजावटी वस्तुएं बनाने में निपुण होते हैं।

8. मूर्तिकार (Sculptor)

पत्थर, लकड़ी या धातु से मूर्तियां बनाने वाले कारीगर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

9. जूता बनाने वाले (Cobbler)

जूते-चप्पल बनाने और मरम्मत करने वाले कारीगर भी इस योजना में शामिल हैं।

10. राजमिस्त्री (Mason)

राजमिस्त्री भवन निर्माण, दीवारें बनाने और अन्य कंस्ट्रक्शन कार्यों में विशेषज्ञ होते हैं।

11. दर्जी (Tailor)

कपड़े सिलने और डिजाइनिंग करने वाले दर्जी भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

12. टोकरी और चटाई बुनकर (Basket & Mat Weaver)

बांस, घास और अन्य प्राकृतिक सामग्रियों से टोकरी और चटाई बनाने वाले कारीगर इस योजना के अंतर्गत आते हैं।

13. नाई (Barber)

बाल काटने और दाढ़ी बनाने का कार्य करने वाले नाई भी इस योजना में शामिल हैं।

14. धोबी (Washerman)

कपड़े धोने और इस्त्री करने वाले धोबी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

15. मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले (Fishing Net Maker)

मछली पकड़ने के लिए आवश्यक जाल तैयार करने वाले कारीगरों को भी इस योजना के तहत लाभ मिलेगा।

16. खिलौना निर्माता (Toy Maker)

पारंपरिक और आधुनिक खिलौने बनाने वाले कारीगर इस योजना में शामिल किए गए हैं।

17. चर्मशिल्पकार (Leather Craftsman)

चमड़े से बने उत्पाद, जैसे बैग, बेल्ट, पर्स आदि बनाने वाले कारीगर भी इस योजना के तहत सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

18. पारंपरिक औजार निर्माता (Traditional Tool Maker)

कृषि और अन्य व्यवसायों में उपयोग किए जाने वाले पारंपरिक औजार बनाने वाले लोग भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

Pradhanmantri Viswakarma Yojana | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लाभ

  1. वित्तीय सहायता: इस योजना के तहत कारीगरों को 3 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाता है। पहले चरण में 1 लाख रुपये और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये का ऋण 5% की ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है।
  2. प्रशिक्षण एवं कौशल विकास: लाभार्थियों को 5 दिनों का प्रारंभिक प्रशिक्षण और 15 दिनों का एडवांस ट्रेनिंग दी जाती है।
  3. टूलकिट सहायता: प्रत्येक लाभार्थी को ₹15,000 तक की टूलकिट दी जाती है।
  4. डिजिटल मार्केटिंग सहायता: कारीगरों को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ा जाता है, जिससे वे अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेच सकें।
  5. ब्रांडिंग और प्रमोशन: सरकार कारीगरों के उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग में मदद करती है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। यह योजना उन्हें न केवल वित्तीय रूप से सक्षम बनाती है, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीक और बाजार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य भी करती है। सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से हस्तशिल्प और कारीगरी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे भारत की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित किया जा रहा है।

अगर आप भी इन रोजगारों से जुड़े हैं, तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और अपने व्यवसाय को एक नई ऊंचाई तक पहुंचा सकते हैं।

भारत की महिलाओं को मिलेगा मुफ्त सिलाई मशीन, ऐसे करे आवेदन

Leave a Comment